Economic survey 2025 में सरकार द्वारा आंकड़े जारी जाने किस क्षेत्र में क्या हुआ बदलाव, एवं कृषि एवं ओद्योगिक क्षेत्र कितना अहम
Economic survey 2025 : बजट से पहले भारत की वित मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा आज संसद में वित वर्ष 2026 हेतु आर्थिक सर्वेक्षण प्रस्तुत किया गया है, जो 1 अप्रैल 2025 से 31 मार्च 2026 तक जारी रहेगा, यह new इकोनॉमिक्स सर्वे 1 फरवरी को होने जा रहे बजट सेशन के पूर्व संध्या पर पेश किया गया है, जिसमें देश की आर्थिक स्थिति एवं ग्रोथ पर नजर डाली गई है ।
इकोनॉमिक सर्वे को प्रत्येक वर्ष बजट सेशन के एक दिन पहले ही जारी किया जाता है, वित वर्ष 2026 हेतू ग्रोथ रेट को लेकर जो नए आंकड़े जारी किए हैं उसमें प्रमुख रूप से GDP अगले साल 6.3% से 6.8% रहने का अनुमान लगाया जा रहा है, वही रिटेल महंगाई को लेकर जारी 2024 के अप्रैल से दिसंबर आंकड़ों के मुताबिक 4.9 फीसदी तक रही।
हाल ही में जारी आंकड़ों के मुताबिक भारत की इकॉनमी 8.2% वित वर्ष 2024 में देखने को मिली है, वही आगामी वित वर्ष 2025 में भारत की ग्रोथ रेट 6.4% तक रहने का अनुमान है। जबकि रिटेल महंगाई दर में गिरावट रहने का अनुमान लगाया गया है, ऐसे में जाने देश के प्रमुख इकोनॉमिक सेक्टर, कृषि, उद्योग एवं सेवा क्षेत्र भारत की ग्रोथ रेट में सहायक होंगे । Economic survey 2025
डिपार्टमेंट ऑफ इकोनॉमिक्स अफेयर्स द्वारा तैयार आर्थिक सर्वेक्षण 2025 के मुख्य बिंदु इस प्रकार है..
- भारत की GDP ग्रोथ 2025-26 हेतु 6.3 से 6.8 फीसदी तक बढ़ोतरी का अनुमान।
- भारत को 2047 तक विकसित भारत हेतु 2 दशक तक 8 फीसदी की बढ़ोतरी की दरकार।
- रिटेल महंगाई साल 2023- 24 में 5.4% से अप्रैल से दिसंबर 2024 में गिरकर 4.9 फीसदी हुई। आगामी तिमाही में भी कमी हो सकती है।
- खाने पीने की वस्तुओं में बढ़ोतरी के पीछे मौसम खराबी, उत्पादन में कमी एवं सप्लाई चेन में बाधा प्रमुख कारण।
- वित वर्ष 2023- 24 में बेरोज़गारी की दर में गिरावट के साथ 3.2 फीसदी तक पहुंची।
- आगामी 20 वर्षों में भारत को तेजी से विकसित हेतु इन्फ्रास्ट्रक्चर में तेजी से निवेश की होगी जरूरत।
- सरकार द्वारा बीते 5 वर्षों में डिजिटल, फिजिकल एवं सोशल इंफ्रास्ट्रक्चर पर कम किया। आगामी वर्षों में इनमें पब्लिक भागीदारी बढ़ाने की होगी जरूरत।
- भारतीय मार्केट में अमेरिकी जोखिम सबसे अधिक भविष्य में अमेरिका से सुधार की गुंजाइश की उम्मीद। भारतीय रिटेल सेक्टर के शेयर बाजार पर पड़ सकता है असर।
- आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के चलते ग्लोबल मार्केट में नए विकास अवसर पैदा कर रहा है, जबकि साथ ही इनकी चुनौतियों से भी निपटाना जरूरी।
- भारत में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से विपरीत प्रभाव से जरूरी होगा निपटाना।
पहली बार महंगाई दर में बड़ी गिरावट जाने माह अनुसार डिटेल्स.
Economic survey 2025:- रिटेल महंगाई दर यानि खाने पीने की वस्तुएं वित वर्ष 2024- 25 के दिसंबर माह में बीते 4 महीनों के बजाय निचले स्तर पर पहुंच गई, नवंबर माह में महंगाई दर 5.48 फीसदी से गिरकर दिसंबर तक यह 5.22 फीसदी पर पहुंच गई है, हालांकि इससे पहले के 4 माह अगस्त में यह दर 3.65 फीसदी तक बनी हुई थी।
महंगाई की प्रमुख वस्तुएं खाने से की चीजों में काउंट किया जाता है, इसके आंकड़ों में बताया गया है कि लगातार महीने में खाने पीने की चीजें सस्ती हो गई हैं, जिसके कारण महंगाई दर 9.04 फीसदी से गिरकर 8.39 फीसदी तक रह गई है, जिसमे ग्रामीण महंगाई दर 5.95 फीसदी से 5.76 फीसदी एवं शहरी महंगाई दर अब 4.89 फीसदी से 4.58 फीसदी रह गई है। यानि बीते 4 माह में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। Economic survey 2025
Economic survey 2025 : फाइनेंशियल ईयर 2024-25 में इस प्रकार रही महंगाई दर
महीना दर महीना | महंगाई |
अप्रैल 2024 | 4.83 फीसदी |
मई 2024 | 4.75 फीसदी |
जून 2023 | 5.08 फीसदी |
जुलाई 2024 | 3.54 फीसदी |
अगस्त 2024 | 3.65 फीसदी |
सितंबर 2024 | 5.49 फीसदी |
अक्टूबर 2024 | 6.21 फीसदी |
नवंबर 2024 | 5.48 फीसदी |
दिसंबर 2024 | 5.22 फीसदी |
ये है बजट एवं आर्थिक सर्वेक्षण में अंतर। Economic survey 2025
प्रत्येक वर्ष बजट के पहले दिन इकोनॉमिक सर्वेक्षण Economics survey 2025 को पेश किया जाता है, जिसमे पिछले फाइनेंशियल ईयर में प्रमुख रूप से आर्थिक स्थिति का ब्यौरा प्रस्तुत किया जाता है, वही कुछ आंकड़े आने वाले वित वर्ष हेतु ग्रोथ रेट के बताए या सुझाए जाते हैं, एवं आर्थिक सर्वेक्षण को पेश किया जाता है। दूसरी और बजट में सरकार द्वारा आगामी वित वर्ष 1 अप्रैल से 31 मार्च के बीच आय एवं व्यय से जुड़ी योजनाएं प्रस्तुत की जाती है।
जिसमें बीते वर्ष की आमदनी एवं खर्च के अलावा आगामी वर्ष की प्रमुख योजनाओं हेतु कहां से आमदनी एवं किस सेक्टर में खर्चा किया जाएगा, जैसे सभी आंकड़े प्रचुर किए जाते हैं। इसके अलावा आयकर हेतु भी कई बदलाव देखने को मिलते हैं।
वित वर्ष 2024- 25 की प्रमुख उपलब्धियां ये रही.
* GDP ग्रोथ में रिकॉर्ड बढ़ोतरी
वित वर्ष 2024 के प्रारंभिक आंकड़ों के मुताबिक भारत की रियल ग्रोश डोमेस्टिक प्रोडक्ट (GDP) 8.2 फीसदी की दर से बढ़ी, जो पिछले वर्षों की तुलना में काफी अधिक रही, इसके बढ़ोतरी के प्रमुख कारणों में जबरदस्त निवेश एवं स्थिर उपभोक्ता मांग रहा है। Economic survey 2025
* महंगाई दर घटी
रिटेल महंगाई (खुदरा महंगाई दर) वित वर्ष 2204 में कोरोना के बाद सबसे कम 5.4 फीसदी पर आ गई, हालांकि खाद्य महंगाई दर वित वर्ष 2022 की 3.8 फीसदी की तुलना में बढ़कर वित वर्ष 2024 में 7.8 फीसदी तक पहुंच गई।
* कृषि क्षेत्र में ट्रेड से बेहतर प्रदर्शन
एग्रीकल्चर सेक्टर ने सामान्य ट्रेंड की बजाय इस समय बेहतर प्रदर्शन कर रहा है, ऑयल सीड एवं दालों के उत्पादन में बेहतरी देखने को मिली, एवं सब्जियों के भंडारण हेतु सुधार किया गया है। Economic survey 2025
किसके द्वारा तैयार किया जाता है आर्थिक सर्वेक्षण?
इकोनॉमिक्स अफेयर्स जो वित मंत्रालय के अधीन एक डिपार्टमेंट बनाया गया है, जिसके अंदर एक इकोनॉमिक्स डिविजन का गठन किया गया है, यही इकोनॉमिक्स डिविजन CEA यानी चीफ इकोनॉमिक्स एडवाइजर की मौजूदगी या देख रख में इसको तैयार करती है, वर्तमान के इसके CEA डॉक्टर वी अनंत नागेश्वरन है। Economics survey 2025
ग्रुप को ज्वाइन करें 👉 यहां क्लिक करें
ये भी पढ़ें 👉 सोलर पैनल लगाने पर कितना आता है खर्चा जाने 1kw से 10kw तक एवं सब्सिडी सहित संपूर्ण जानकारी
ये भी पढ़ें 👉396 साल बाद दिखेगा आसमान में अदभुत नजारा ये 7 ग्रह होंगे एक कतार में, जाने ऐसी खगोलीय घटनाएं क्यों हो रही हैं
क्लैरिफिकेशन: नमस्कार दोस्तों में राकेश कसवां आपका www.bulletiondekho.com पर स्वागत करता हूं, समय समय पर आपकी इस वेबसाइट पर सभी प्रकार की जानकारी Business bulletin, नई कार, वाहन, देश के प्रमुख मुद्दे कर्मचारियों से जुड़े सवाल, नई गाड़ी लॉन्चिंग, गोल्ड प्राइस, सिल्वर प्राइस,Jobs info, घरेलू गैस सिलेंडर रेट, पैट्रोल डीजल, नए एक्सप्रेस वे एवं हाइवे आदि की जानकारी रिसर्च करके आप तक सरल शब्दों में पहुंचाई जाती है ताकि समय समय पर आपको जानकारी मिल सके। इसके अलावा आप हमसे विभिन्न स्त्रोतों से हमसे जुड़ सकते हैं।।